यमुना जलस्तर (Yamuna water level) बढ़ा
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से चिंता बढ़ गई है, जिससे प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए अलर्ट जारी कर दिया है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
पुराने रेलवे पुल पर यमुना जलस्तर चेतावनी स्तर के करीब
मंगलवार, 13 अगस्त 2024 को पुराने रेलवे पुल (ओआरबी) पर यमुना का जलस्तर 204.35 मीटर तक पहुंच गया, जो चेतावनी स्तर 204.5 मीटर से थोड़ा ही नीचे है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने अनुमान लगाया है कि दिन के अंत तक जलस्तर और बढ़कर 204.90 मीटर तक पहुंच सकता है, हालांकि यह खतरे के निशान 205.33 मीटर से नीचे ही रहेगा।
प्रशासन ने उठाए एहतियाती कदम
हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। दिल्ली सरकार ने अपने बाढ़ नियंत्रण कक्ष को सक्रिय कर दिया है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है। नदी के किनारे से रुकावटों को हटाने और पानी के प्रवाह को सुचारू बनाए रखने के लिए टीमें तैनात कर दी गई हैं।
पिछले साल की बाढ़ से मिले सबक
पिछले साल जब यमुना ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए थे और दिल्ली में भारी बाढ़ आई थी, उस अनुभव को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रशासन ने कई जरूरी कदम उठाए हैं। इनमें मलबे की सफाई, तटबंधों की मजबूती, और संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान शामिल है, ताकि पिछले साल की तरह स्थिति न बने।
निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह
हालांकि फिलहाल स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए तैयारियां पूरी कर ली हैं। अगर यमुना जलस्तर और बढ़ता है, तो निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा। नदी किनारे रहने वालों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
सरकार की समय पर की गई तैयारी
यमुना जलस्तर का बढ़ता एक चिंता का विषय तो है, लेकिन सरकार के समय पर उठाए गए कदमों से स्थिति पर काफी हद तक काबू पाया जा सका है। अब जरूरत है कि लोग प्रशासन का सहयोग करें और स्थिति के बारे में लगातार जानकारी प्राप्त करते रहें, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।